गरीबी,अज्ञानता के कारण, जीवन को बोझ समझ दब जाते हैं, आगे चलकर देश की प्रगति में, प्र गरीबी,अज्ञानता के कारण, जीवन को बोझ समझ दब जाते हैं, आगे चलकर देश की प्रगत...
गुलामी की बेड़ियाे तोड़कर स्वतन्त्रता की इबारत लिखेंगे हम। गुलामी की बेड़ियाे तोड़कर स्वतन्त्रता की इबारत लिखेंगे हम।
जिंदगी बीत जायेगी यही सोचते कि लोग क्या कहेंगे, उनका क्या, माँस है सबका नोचते कि और जिंदगी बीत जायेगी यही सोचते कि लोग क्या कहेंगे, उनका क्या, माँस है सबका नो...
नमन है वंदन है रोज़ चरणों में माँ के अर्पित प्रणाम मेरा। नमन है वंदन है रोज़ चरणों में माँ के अर्पित प्रणाम मेरा।
देखना है दीये के आगोश में खो जाये रात या दीया इस रात के आगोश में खा जाये मात अपना अपना मर्म है भयभ... देखना है दीये के आगोश में खो जाये रात या दीया इस रात के आगोश में खा जाये मात अ...
लेकिन जब भी मैं घर से बाहर आता हूं, क्यूँ नारी को ही मैं हारा हुआ पाता हू, आज महान किस्सों में नहीं लेकिन जब भी मैं घर से बाहर आता हूं, क्यूँ नारी को ही मैं हारा हुआ पाता हू, आज मह...